वर्तमान के बच्चों को कला से जोड़ने की आवश्यकता पर चर्चा
वर्तमान के बच्चों को कला से जोड़ने की आवश्यकता पर चर्चा : परिचय : कलाकार का शाब्दिक अर्थ ही है कल को आकर देने वाला, तो जो कलाकार कल थे उन्होंने हमारे आज के युग का निर्माण किया और आज का कलाकार कल का निर्माण कर रहा है ऐसे में भविष्य की जब हम बात करते हैं तो आज जो हमारी नवीन फसल है यानी आज के युग के बच्चे, जो आने वाली पीढ़ी के भविष्य निर्माण की क्षमता रखेंगे, उन्हें आज कला से व विशेष रूप से कला के सवेंदनात्मक पहलु से जोड़ना बहुत आवश्यक है। आवश्यकता के कारण : आधुनिक समाज बहुत तेजी से विकास कर रहा है और जब सामान्य भाषा में हम विकास की बात करते हैं तो उससे हमारा तात्पर्य भौतिक विकास से होता है, इसमें कोई आपत्ति नहीं है कि भौतिक विकास आज के समाज की आवश्यकता है परन्तु जितनी तेजी से यह भौतिक विकास अपने पैर फैला रहा है उतनी ही तेजी से समाज में मानसिक असंतुलन की स्थिति बढ़ रही है और इस स्थिति को विकास नहीं कहा जा सकता। मन्तव्य यह है कि आर्थिक, मानसिक और आध्यात्मिक उन्नति ही वास्तविकता में किसी भी समाज की वास्तविक उन्नति का द्योतक है। और एक स्वस्थ समाज के निर्माण में कला विशेष रूप से महत्वपूर्ण इक